छुहारा और खजूर के फायदे ::
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- छुहारा
यानी सूखा हुआ खजूर आमाशय को बल प्रदान करता है।
- छुहारे की तासीर गर्म होने से ठंड के
दिनों में इसका सेवन नाड़ी के दर्द में भी आराम देता है।
- छुहारा खुश्क फलों में गिना जाता है, जिसके प्रयोग से शरीर
हृष्ट-पुष्ट बनता है।
- छुहारे व खजूर दिल को शक्ति प्रदान
करते हैं। यह शरीर में रक्त वृद्धि करते हैं।
- साइटिका रोग से पीड़ित लोगों को इससे
विशेष लाभ होता है।
- खजूर के सेवन से दमे के रोगियों के
फेफड़ों से बलगम आसानी से निकल जाता है।
-लकवा और सीने के दर्द की शिकायत को
दूर करने में भी खजूर सहायता करता है।
-भूख बढ़ाने के लिए छुहारे का गूदा
निकाल कर दूध में पकाएं। उसे थोड़ी देर पकने के बाद ठंडा करके पीस लें। यह दूध
बहुत पौष्टिक होता है। इससे भूख बढ़ती है और खाना भी पच जाता है।
-प्रदर रोग स्त्रियों की बड़ी बीमारी
है। छुआरे की गुठलियों को कूट कर घी में तल कर, गोपी चन्दन के साथ खाने से प्रदर रोग
दूर हो जाता है।
-छुहारे को पानी में भिगो दें। गल
जाने पर इन्हें हाथ से मसल दें। इस पानी का कुछ दिन प्रयोग करें, शारीरिक जलन दूर होगी।
-अगर आप पतले हैं और थोड़ा मोटा होना
चाहते हैं तो छुहारा आपके लिए वरदान साबित हो सकता है, लेकिन अगर मोटे हैं तो
इसका सेवन सावधानीपूर्वक करें।
-जुकाम से परेशान रहते हैं तो एक
गिलास दूध में पांच दाने खजूर डालें। पांच दाने काली मिर्च, एक दाना इलायची और उसे
अच्छी तरह उबाल कर उसमें एक चम्मच घी डाल कर रात में पी लें। सर्दी-जुकाम बिल्कुल
ठीक हो जाएगा।
-दमा की शिकायत है तो दो-दो छुहारे
सुबह-शाम चबा-चबा कर खाएं। इससे कफ व सर्दी से मुक्ति मिलती है।
-घाव है तो छुहारे की गुठली को पानी
के साथ पत्थर पर घिस कर उसका लेप घाव पर लगाएं,घाव तुरंत भर जाएगा।
-अगर शीघ्रपतन की समस्या से परेशान
हैं तो तीन महीने तक छुहारे का सेवन आपको समस्या से मुक्ति दिला देगा। इसके लिए
प्रात: खाली पेट दो छुहारे टोपी समेत दो सप्ताह तक खूब चबा-चबाकर खाएं। तीसरे
सप्ताह में तीन छुहारे खाएं और चौथे सप्ताह से 12वें सप्ताह तक चार-चार छुहारों का
रोज सेवन करें। इस समस्या से मुक्ति मिल जाएगी |
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